नई दिल्ली:
विदेश मंत्रालय (एमईए) ने शुक्रवार को घोषणा की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सितंबर के पहले सप्ताह में सिंगापुर का दौरा करेंगे। यह यात्रा दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने में महत्वपूर्ण होगी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी, प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग के निमंत्रण पर 4 और 5 सितंबर, 2024 को सिंगापुर का दौरा करेंगे।”
विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, “नेता भारत-सिंगापुर रणनीतिक साझेदारी की प्रगति की समीक्षा करेंगे और आपसी हितों के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री सिंगापुर के राष्ट्रपति महामहिम श्री थर्मन षणमुगरत्नम से मुलाकात करेंगे और सिंगापुर के नेतृत्व के साथ बातचीत करेंगे। प्रधानमंत्री सिंगापुर के व्यापारिक नेताओं से भी मिलेंगे।”
प्रधानमंत्री मोदी की सिंगापुर यात्रा का उल्लेख पहले सिंगापुर के विदेश मंत्री विवियन बालाकृष्णन ने किया था, जब भारत और सिंगापुर के वरिष्ठ मंत्रियों ने अपने रणनीतिक संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक संपन्न की थी।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, विदेश मंत्री एस जयशंकर, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और रेलवे एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव सहित चार सदस्यीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने हाल ही में सिंगापुर में दूसरे भारत-सिंगापुर मंत्रिस्तरीय गोलमेज सम्मेलन (आईएसएमआर) में भाग लिया।
बैठक के बाद सिंगापुर के विदेश मंत्री विवियन बालाकृष्णन ने कहा, “1.4 अरब से अधिक की आबादी वाला देश अब अपने विमानन क्षेत्र के बड़े उन्नयन की ओर अग्रसर है। यह दो, तीन दशक में एक बार मिलने वाला अवसर है, और यह अच्छी बात है कि हम एक तरह से अग्रिम पंक्ति में हैं और हमारे पास (सहयोग करने का) मौका है।”
बहु-मंत्रालयी बैठक के दौरान, दोनों देशों ने डिजिटल प्रौद्योगिकी, कौशल विकास, स्थिरता, स्वास्थ्य सेवा, कनेक्टिविटी और विनिर्माण जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा की।
सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग ने सोमवार को भारतीय मंत्रियों से मुलाकात के बाद कहा, “मुझे खुशी है कि हमारी पिछली बैठक के बाद से कई मोर्चों पर प्रगति हुई है। और उन्नत विनिर्माण और कनेक्टिविटी सहित सहयोग के नए विचारों पर काम किया जा रहा है। ये पहल भारत और सिंगापुर के बीच घनिष्ठ रणनीतिक सहयोग और साझेदारी का मार्ग प्रशस्त करेगी।”
2023-24 में भारत और सिंगापुर के बीच द्विपक्षीय व्यापार 35.61 बिलियन डॉलर का होगा, जिससे सिंगापुर भारत का छठा सबसे बड़ा वैश्विक व्यापार साझेदार बन जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी 3-4 सितंबर को ब्रुनेई की यात्रा के बाद सिंगापुर जाएंगे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की ब्रुनेई यात्रा “किसी भारतीय प्रधानमंत्री की ब्रुनेई की पहली द्विपक्षीय यात्रा होगी और यह भारत और ब्रुनेई के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 40वीं वर्षगांठ के अवसर पर होगी।”
विदेश मंत्रालय ने कहा, “इन यात्राओं से ब्रुनेई और सिंगापुर के साथ द्विपक्षीय तथा क्षेत्रीय एवं बहुपक्षीय ढांचे में भारत का सहयोग और मजबूत होगा।”