नई दिल्ली:
लोकप्रिय गायक अरिजीत सिंह ने यू.के. में एक संगीत कार्यक्रम में एक गीत गाने से इनकार कर दिया, जिसे उन्होंने कोलकाता में एक डॉक्टर के बलात्कार-हत्या के बाद रचा था। पिछले महीने आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में डॉक्टर के बलात्कार-हत्या के बाद हुए व्यापक विरोध प्रदर्शनों के बीच ‘आर कोबे’ गीत एक तरह से गान के रूप में उभरा है।
मंच पर मौजूद भीड़ में से किसी ने श्री सिंह से ‘आर कोबे’ गाने का अनुरोध किया। सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में गायक कहते सुनाई दे रहे हैं, “यह सही जगह नहीं है। लोग यहां विरोध करने नहीं आए हैं। वे मेरी बात सुनने आए हैं। यह मेरा काम है। और आप जो कह रहे हैं, वह मेरे दिल की बात है। यह सही समय और जगह नहीं है।”
उन्होंने कहा, “यदि आप वास्तव में ऐसा चाहते हैं, तो कोलकाता जाइए। कुछ लोगों को इकट्ठा कीजिए, यहां बहुत सारे बंगाली हैं, जाइए, सड़कों पर उतरिए।” इसके बाद उन्होंने 1999 की फिल्म ताल के ‘रमता जोगी’ गीत को दोहराया।
गायक ने फिर रुककर कहा, “वह गाना (आर कोबे) मुद्रीकृत नहीं है। यह कभी भी मुद्रीकृत नहीं होगा। कोई भी इसका उपयोग कर सकता है।”
अरिजीत सिंह ने 9 अगस्त को कोलकाता में हुई बलात्कार-हत्या की घटना के बाद आर कोबे नामक गाना रिकॉर्ड किया है, जिसने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। आर कोबे, जिसका मतलब है “अगर अभी नहीं, तो फिर कब” लोगों से महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान की लड़ाई में शामिल होने का आह्वान करता है।
रिलीज होने के तीन सप्ताह के भीतर ही इस बंगाली गाने को यूट्यूब पर 2 मिलियन से अधिक बार देखा जा चुका है।
गायक के आधिकारिक यूट्यूब चैनल ने गीत के विवरण में कहा, “इस गीत को असहमति के स्वर में शामिल होने दीजिए। यह आशा की आवाज़, न्याय की गुहार और बदलाव के लिए उत्प्रेरक बन सकता है। साथ मिलकर हम यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर सकते हैं कि ऐसी त्रासदी फिर कभी न हो।”